anil kumar sharma - तनख्वाह न मिलने के कारण शिकायत एवं प्रार्थना पत्र
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Complaint by: on September 30, 2015, 2:15 pm in Career and Employment

सेवा में,
श्रीमान थानाध्यक्ष महोदय,
थाना सेक्टर 20 नोएडा,
गौतम बुद्ध नगर उ० प्र०

विषय - तनख्वाह न मिलने के कारण शिकायत एवं प्रार्थना पत्र

श्रीमान जी,
निवेदन इस प्रकार है कि मैं आनंद कुमार पुत्र श्री पटेश्वरी प्रसाद व्यवसाय
वाहन चालक निवासी (किरायेदार) दीपक विहार खोडा कॉलोनी जनपद गाज़ियाबाद उ० प्र० आपको सूचित करता हूँ कि मैंने 09 जुलाई 2015 को अपने एक मित्र (अनिल कुमार शर्मा निवासी ग्राम रघुनाथ पुर चौड़ा नोएडा सेक्टर 22 गौतम बुद्ध नगर उ० प्र० फोन न०-********86) के आग्रह पर उसकी कार (मारुती सुजुकी SX4 संख्या UP16R 5600) के लिए एक वाहन चालक के रूप में रूपए =12000/- (बारह हजार ) प्रतिमाह रविवार छुट्टी और 12घंटे ड्यूटी, साथ ही अनिल ने मुझसे कहा था कि कभी-कभी साहब रविवार को भी बुला लेते हैं तो मैंने कहा अगर माह में एक बार बुला लिया तो कोई बात नही परन्तु अगर ज्यादा हुए तो तुम ही जाना या फिर मैं दिहाड़ी लूंगा इस पर अनिल ने हां कहा था, (यहाँ मैं स्पष्ट कर दूँ कि अनिल की कार टैक्सी में प्रयोग होती है) पहले से परिचय होने के कारण मैंने अनिल पर विश्वास करके 04 सितम्बर 2015 तक कार्य किया और इस बीच मैंने लगभग रूपए = 5500/- मात्र प्राप्त किया शेष राशि अनिल ने अपनी और परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब बता कर बाद में देने को कहा परन्तु अत्यधिक समय निकल जाने पर भी उन्होने शेष राशि नहीं दिया मैंने उन्हें अपनी समस्या बताई तो वह अपनी समस्याएं गिनाते रहे और मुझे मेरा मेहनताना अबतक नही दिया, मुझे अपने गाँव जाना था इसलिए मैंने अनिल पर दबाव बनाया कि मुझे मेरी तनख्वाह की बकाया राशि देदो परन्तु उन्होंने फिर अपनी समस्याएं बताकर मुझे रूपए नही दिए अंततः मैंने किसी अन्य परिचित से 04 सितम्बर 2015 दिन शुक्रवार को रूपए उधार मांगे और अनिल को सूचित कर दिया की “यदि मुझे रूपए मिल जायेंगे तो मैं गाँव चला जाऊँगा अन्यथा वापस तुम्हारे पास आऊंगा" परिचित ने मुझे अगले दिन देने को कहा परन्तु किसी व्यग्तिगत समस्या के कारण वो मुझे रूपए न दे सके और मैं अपने गाँव नही जा सका इसकी सुचना मैंने अनिल को रविवार रात 8बजे के आसपास दी और अगले दिन 06 सितम्बर 2015 को मैंने काम पर आने की बात कही किन्तु अनिल ने कुछ बातें बनाकर कहा कि अभी मत आना मैं स्वयं ही कार्य कर लूँगा और कुछ दिवस पश्चात ही मुझे ज्ञात हुआ कि उन्होंने दूसरे चालक को नियुक्त कर लिया, जब मैंने अपनी तनख्वाह की बात कही तो उन्होंने दो-तीन दिन में देने की बात कही परन्तु तब (06 सितम्बर 2015) से अब तक अनिल आज-कल आज-कल करते रहे, न तो मुझे मेरी तनख्वाह की शेष राशि मिली और न ही मैं कोई कार्य कर सका ! इसकी शिकायत मैंने उन साहब जी से भी किया तब जाकर अंततः अनिल ने मुझे 20 सितम्बर 2015 दिन शनिवार सुबह 11:30 बजे हिसाब करने के लिए बुलाया जब मैं उनके घर पंहुचा तो उन्होंने फिर कहा कि अभी तक पैसे नही मिल पाये हैं शाम को 3:30 बजे आकर अपनी बकाया राशि ले जाना फिर मैंने फोन किया तो अनिल ने फोन नही उठाया मैंने कई बार प्रयास किया किन्तु अनिल ने फोन नही उठाया अंततः हार कर मैं शांत हो गया मैंने शाम को लगभग7:30 बजे फिर फोन किया तो अनिल ने कहा मैं लाला के पास ही आया हूँ पैसे मिलते ही मैं तुझे फोन करता हूँ किन्तु अनिल का फोन नही आया मैंने फिर रात को लगभग 10:00बजे फोन किया तो अनिल बोले भाई कल रविवार सुबह बिना फोन किये आ जाना तुम्हे पैसे मिल जायेंगे किन्तु तब भी नही दिए मैंने फोन किया फिर फोन नही उठया तो मैंने उनके घर वाले नंबर पर फोन किया तो उनकी पत्नी ने बताया कि अनिल कही बहार गए हुए हैं आते ही बात करवा दूंगी किन्तु अनिल का फोन मेरे पास नही आया फिर मैंने रात लगभग 8:00बजे बजे फोन किया तो अनिल ने कहा हाँ भाई आ जा मैं तेरा ही हिसाब कर दूँ जब मैं वहां पंहुचा तो अनिल ने मुझे उल्टा सीधा हिसाब दिखाया जो कि मेरे समझ में नही आया तो मैंने कहा आप कॉपी मंगवा लो फिर हिसाब करो तो अनिल ने अपने पुत्र से कॉपी मंगवाया फिर हिसाब किया और जबरदस्ती गाड़ी में हुए नुकशान को भी मेरे जिम्मे डाल कर हिसाब बनाया तब मुझे बहुत दुःख हुआ और अनिल ने कहा की तेरे रूपए 7700/- ही निकल रहे हैं ये सुनते ही मैं सकते में आ गया और अनिल से कहा कि भाई तुम मुझे कुछ मत दो किन्तु इतना मुझे परेशान करके तुम्हे क्या मिला लेकिन अनिल ने शराब पी रखा था उन्होंने मेरी कोई बात नही सुनी! मेरे साथ एक मित्र था जिसने मुझसे कहा कि जो हुआ वो छोडो परिस्थिति खराब है जो मिल रहे हैं वो चुपचाप लेलो अब अनिल के मन में लोभ हो गया है वो कुछ नही सुनेंगे मुझे भी लगा कि शायद मित्र सही कह रहा है और मैंने जो मिले वो ले लिए और अनिल ने जब हस्ताक्षर करने को कहा तो मैंने नही किया और रूपए 7700/- लेकर चला आया किन्तु चलते चलते ये भी अनिल से कहा कि इस बात की चर्चा मैं मंडली में भी करूँगा और तुम्हारी शिकायत पुलिस में भी करूँगा तो अनिल ने कुछ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा "जा तुझे जिससे जो कहने है वो कह ले अब कुछ नही दूंगा”
श्रीमान जी मेरा कार्यकाल कुछ इस प्रकार है!

जुलाई
23 दिन X 400/-प्रतिदिन = 9200/-
3 नाइट x 150/- =450/-
कुल = 9650/-
एडवांस - 1078/- - 9650/-
कुल = 8572/-

अगस्त
पूर्ण माह =12000/-
5 नाईट X150/- = 750/-
कुल =12750/-
एडवांस = 2500/- - 12750/-
कुल = 10250/-

सितम्बर
04 दिन X 400/-प्रतिदिन = 1600/- + अगस्त: 10250/- + जुलाई: 8572/- =
एडवांस = 9700/-
कुल = 20422/- - 9700/- = 10722/-

कुल प्राप्त योग्य राशि = 10722/-

श्रीमान जी अनिल मुझ पर रूपए 7000/- लेने का जबरन आरोप लगा रहे हैं, जो की पूर्णतयः असत्य है ऐसी स्तिथि में अब मेरी समस्त आशाएं विधि विधान से ही हैं! अतः महोदय जी से विनती है कि मुझे मेरी तनख्वाह की शेष राशि दिलवाने की कृपा करें मैं सदैव आपका आभारी रहूँगा !
धन्यवाद
तिथि: प्रार्थी: आनंद कुमार
फोन न० ********34

Complainant's Goal: तनख्वाह की बकाया राशि का भुगतान
Complainant's Target: anil kumar sharma
Complaint Location: IndiaUttar PradeshGautam Buddha Nagar
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